क्या स्वामी दयानंद की मृत्यु विष के कारण होने से क्या स्वामी जी की महानता कम हो जाती हैं?




क्या स्वामी दयानंद की मृत्यु विष के कारण होने से क्या स्वामी जी की महानता कम हो जाती हैं?


क्या स्वामी दयानंद की मृत्यु विष के कारण होने से क्या स्वामी जी की महानता कम हो जाती हैं?
कुछ अज्ञानी लोग (ढोंगी रामपाल एंड कंपनी) स्वामी दयानंद की यह कहकर निंदा करते हैं की की स्वामी जी अगर इतने ही बड़े योगी थे तो उनकी मृत्यु विष के कारण तड़प तड़प कर क्यूँ हुई।
वे लोग यह क्यूँ भूल जाते हैं की संसार में अनेक महापुरुषों को मृत्यु का गमन अनेक कष्टों को सहते हुए करना पड़ा था जैसे
आदि शंकराचार्य को उन्ही के दो चेलों ने विष दे दिया था जिससे उनकी मृत्यु कई मास तक बीमार रहने के पश्चात हुई थी।
योगिराज श्री कृष्ण जी महाराज की मृत्यु पैर में तीर लगने से हुई थी।
सिखों के गुरु तेग बहादुर का अंत औरंगजेब के तलवार से उनका सर काटने से हुआ था।
वीर शिवाजी की मृत्यु कई मास तक बीमार रहने के पश्चात हुई थी।
महाराणा प्रताप जीवन भर रेगिस्तान में अपने शरीर को तपाते रहे, उनका असमय अंत अत्यधिक परिश्रम और आराम न मिलने के कारण हुआ था।
१८५७ के स्वतंत्रता संग्राम में वीर कुँवर सिंह की मृत्यु वृद्ध अवस्था में अपने जख्मों के कारण हुई थी। जब वे नाँव से नदी पार कर रहे थे तो एक अंग्रेज सिपाही की गोली उनके बाजु में आकर लगी थी। उन्होंने अपनी तलवार से अपनी बाजु को काट डाला जिससे उनकी उस समय तो प्राण रक्षा हो गई परन्तु उसी घाव के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी।
१९४७ के भारत के स्वाधीनता संग्राम में कई हजार ज्ञात और अज्ञात शहीदों की मृत्यु फाँसी पर लटकने से हुई जिनमे रामप्रसाद बिस्मिल, भगत सिंह, सुखदेव आदि प्रमुख थे।
क्या महान व्यक्ति की महानता उनकी अकाल मृत्यु से अथवा रोग आदि से पीड़ित होकर कम हो जाती हैं?
नहीं तो फिर यह व्यर्थ का आक्षेप स्वामी दयानंद पर लगाना की उनकी मृत्यु रोग के कारण हुई मुर्खता नहीं तो और क्या है
डाॅ0 विवेक आर्य 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यहां पर क्लिक करके बहुत से दिये लिंको में से पीडीएफ पर क्लिक करके पीडीएफ डाउनलोड कर लिजिये । 👇👇👇👇👇👇👇👇

रसूल और उनका कामसूत्र✓=इस्लामिक कामसूत्र।

*वेदार्थ कल्पद्रुम*